राज्य के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा के अनुसार, प्रदेश में बिजली की पर्याप्त उपलब्धता है। मात्र साढ़े चार वर्ष में प्रतिदिन 9 हजार मेगावाट बिजली की मांग बढ़ी है। ट्रांसमिशन क्षमता वर्ष 2016-17 के 16348 मेगावाट से 9,000मेगावाट बढ़कर अब 26,000 मेगावाट हो चुकी है।इस वित्तीय वर्ष के अंत में 28 हजार मेगावाट तथा तथा वर्ष 2025 तक राज्य में यह क्षमता 32 हजार 400 मेगावाट हो जाएगी। ट्रान्समिशन की आयात क्षमता भी 6,800 मेगावाट बढ़कर अब 14 हजार 600 मेगावाट हो गयी है।
इस अवसर पर मैंने उन्हें अपनी पुस्तक 'अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश' और 'विकास के पथ पर भारत' भेंट की।
मेरी पुस्तक 'अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश' का अवलोक करते हुए श्रीकान्त शर्मा जी।
मेरी पुस्तक 'अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश' का अवलोक करते हुए श्रीकान्त शर्मा जी।





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