लखीमपुर खीरी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज सीबीएसई बोर्ड, लखीमपुर खीरी में दिनांक 03 अक्टूबर 2025 से 05 अक्टूबर 2025 तक चलने वाले तीन दिवसीय क्षेत्रीय गणित मेला एवं संस्कृति महोत्सव 2025 का भव्य शुभारम्भ हुआ।
उद्घाटन समारोह में कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में श्रीमान लोकेन्द्र प्रताप सिंह (सभापति, पंचायती राज समिति उत्तर प्रदेश), मुख्य अतिथि श्रीमान हेमचंद जी (क्षेत्रीय संगठन मंत्री, विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश), विशिष्ट अतिथि श्रीमान अनूप गुप्ता (सदस्य विधान परिषद) एवं मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. सौरभ मालवीय (मंत्री, विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश) मंचासीन रहे।
साथ ही कार्यक्रम में क्षेत्र संयोजक वैदिक गणित श्री संतोष कुमार सिंह, संस्कृति बोध परियोजना संयोजक श्री राजकुमार सिंह, विद्यालय के उपाध्यक्ष घनश्यामदास तोलानी, प्रबंधक सीबीएसई बोर्ड श्री रवि भूषण साहनी, प्रबंधक यू.पी. बोर्ड श्री विमल अग्रवाल, प्रधानाचार्य अरविन्द सिंह चौहान, डॉ. योगेंद्र प्रताप सिंह (प्रधानाचार्य, यू.पी. बोर्ड) सहित क्षेत्र के सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।
इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में कई गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति रही जिनमें प्रमुख रहे —
श्री मिथिलेश जी (जन शिक्षा प्रदेश निरीक्षक), श्री संतोष सिंह (वैदिक गणित क्षेत्रीय प्रमुख), श्री नीरज जी (प्रांत प्रमुख, वैदिक गणित), श्री सुरेश जी (संभाग निरीक्षक, सीतापुर संभाग), श्री श्याम मनोहर जी (क्षेत्रीय सहसंयोजक, वैदिक गणित), श्री रणवीर सिंह जी (सीतापुर संभाग), श्री जियालाल जी (प्रदेश निरीक्षक, जन शिक्षा गोरक्ष प्रांत), श्री राजकिशोर द्विवेदी (प्रांतीय सह बौद्धिक, संस्कृति बोध), श्री राजेंद्र देव त्रिपाठी (क्षेत्रीय अभियान प्रमुख, सांस्कृतिक दिशा परियोजना), श्री मुनेंद्र दत्त जी (प्रधानाचार्य, मिश्राना शिशु मंदिर), श्रीमती हीरा जी (शिशु वाटिका प्रमुख), श्रीमती निधि द्विवेदी जी, श्री राम मणि जी एवं अन्य महानुभाव।
मंचासीन अतिथियों का परिचय विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद सिंह चौहान ने कराया तथा सभी को रोली, बैच व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
प्रतियोगिताएं एवं आयोजन
तीन दिवसीय क्षेत्रीय गणित मेला एवं संस्कृति महोत्सव में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। इनमें प्रमुख हैं—
संस्कृति ज्ञान आचार्य पत्र वाचन
वैदिक गणित आचार्य पत्र वाचन
वैदिक गणित प्रश्न मंच
संस्कृति ज्ञान प्रश्न मंच
गणित प्रदर्शन
वैदिक गणित प्रयोगात्मक प्रतियोगिता
मूर्तिकला
कथा कथन
ये सभी प्रतियोगिताएं तीन वर्गों – बाल वर्ग, किशोर वर्ग एवं तरुण वर्ग में संपन्न होंगी।
सांस्कृतिक प्रस्तुति ने बांधा समा
इसी अवसर पर विद्यालय की छात्र बहनों ने श्रीराम-सीता विवाह से संबंधित लोक नृत्य “आजु मिथिला नगरिया निहाल सखियां” प्रस्तुत किया। छात्राओं ने इतना दिव्य भाव एवं भक्ति-प्रेम से ओतप्रोत प्रस्तुति दी कि मंचासीन अतिथियों के साथ पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
अतिथियों का उद्बोधन
कार्यक्रम अध्यक्ष श्री लोकेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि वैदिक गणित और संस्कृति का यह संगम छात्रों के सर्वांगीण विकास की दिशा में अभूतपूर्व कदम है।
मुख्य अतिथि श्री हेमचंद जी ने कहा कि यह आयोजन विद्यार्थियों में न केवल गणितीय कौशल का विकास करेगा, बल्कि उन्हें भारतीय संस्कृति से भी गहराई से जोड़ने का कार्य करेगा।
विशिष्ट अतिथि श्री अनूप गुप्ता ने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, चरित्र निर्माण और राष्ट्र निर्माण की भावना जगाना है, और इस प्रकार के आयोजन उस दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होंगे।
मुख्य वक्ता डॉ. सौरभ मालवीय ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वैदिक गणित भारतीय मनीषा की अद्भुत देन है, जिसे सीखकर छात्र गणित को सरल, रोचक और जीवनोपयोगी बना सकते हैं।
तीन दिवसीय इस महोत्सव में जहां गणितीय कौशल का परिष्कार होगा वहीं संस्कृति की धारा भी विद्यार्थियों को अपने मूल से जोड़ेगी।
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