वार्षिक कार्ययोजना निर्माण बैठक
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विद्या भारती का उद्देश्य शिक्षा के साथ संस्कार, भारतीय संस्कृति का संरक्षण
एवं संवर्धन, राष्ट्रीय चेतना, चरित्र निर्माण, देशभक्त नागरिक का निर्माण,
स...
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विद्या भारती की वार्षिक साधारण सभा की बैठक राजगीर की पुण्यभूमि पर सम्पन्न हुई।
राजगीर, बिहार की पावन धरती पर विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की वार्षिक साधारण सभा का शुभारंभ गरिमामय वातावरण में हुआ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल जी एवं विद्या भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दुसि रामकृष्ण राव जी ने दीप प्रज्वलन कर इस महत्त्वपूर्ण बैठक का औपचारिक उद्घाटन किया।
इस सभा में देशभर से पधारे 325 से अधिक समर्पित कार्यकर्ता सम्मिलित हुए हैं, जो विद्या भारती के शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक दृष्टिकोण को लेकर तीन दिनों तक गहन विचार-मंथन करेंगे।
यह साधारण सभा केवल एक बैठक नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय संकल्प का केंद्र है, जहाँ अगले वर्षों की शिक्षा नीति, संगठनात्मक दिशा, नवाचार, और सेवा गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा कर राष्ट्र निर्माण के लिए सशक्त कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
राजगीर जैसे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक स्थल पर यह सभा, परंपरा और प्रगति के अद्भुत समन्वय को दर्शाती है।
शिक्षा के माध्यम से संस्कारयुक्त, आत्मनिर्भर और सशक्त भारत के निर्माण की दिशा में यह साधारण सभा एक मील का पत्थर सिद्ध होगी।
Tuesday, April 15, 2025
साधारण सभा सम्पन्न
विद्या भारती की वार्षिक साधारण सभा की बैठक राजगीर की पुण्यभूमि पर सम्पन्न हुई।
राजगीर, बिहार की पावन धरती पर विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की वार्षिक साधारण सभा का शुभारंभ गरिमामय वातावरण में हुआ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल जी एवं विद्या भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दुसि रामकृष्ण राव जी ने दीप प्रज्वलन कर इस महत्त्वपूर्ण बैठक का औपचारिक उद्घाटन किया।
इस सभा में देशभर से पधारे 325 से अधिक समर्पित कार्यकर्ता सम्मिलित हुए हैं, जो विद्या भारती के शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक दृष्टिकोण को लेकर तीन दिनों तक गहन विचार-मंथन करेंगे।
यह साधारण सभा केवल एक बैठक नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय संकल्प का केंद्र है, जहाँ अगले वर्षों की शिक्षा नीति, संगठनात्मक दिशा, नवाचार, और सेवा गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा कर राष्ट्र निर्माण के लिए सशक्त कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
राजगीर जैसे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक स्थल पर यह सभा, परंपरा और प्रगति के अद्भुत समन्वय को दर्शाती है।
शिक्षा के माध्यम से संस्कारयुक्त, आत्मनिर्भर और सशक्त भारत के निर्माण की दिशा में यह साधारण सभा एक मील का पत्थर सिद्ध होगी।
मेरे प्रेरणास्रोत: स्वामी विवेकानंद

गिरकर उठना, उठकर चलना... यह क्रम है संसार का... कर्मवीर को फ़र्क़ न पड़ता किसी जीत और हार का... क्योंकि संघर्षों में पला-बढ़ा... संघर्ष ही मेरा जीवन है...
-डॉ. सौरभ मालवीय
डॉ. सौरभ मालवीय
अपनी बात
सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्र-निर्माण की तीव्र आकांक्षा के कारण छात्र जीवन से ही सामाजिक सक्रियता। बिना दर्शन के ही मैं चाणक्य और डॉ. हेडगेवार से प्रभावित हूं। समाज और राष्ट्र को समझने के लिए "सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और मीडिया" विषय पर शोध पूर्ण किया है, परंतु सृष्टि रहस्यों के प्रति मेरी आकांक्षा प्रारंभ से ही है।
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संप्रति
डॉ. सौरभ मालवीय
2/564, अवधपुरी खण्ड 2
खरगापुर, निकट प्राथमिक विद्यालय, गोमतीनगर विस्तार
2/564, अवधपुरी खण्ड 2
खरगापुर, निकट प्राथमिक विद्यालय, गोमतीनगर विस्तार
लखनऊ, उत्तर प्रदेश
पिन- 226010
मो- 8750820740
पिन- 226010
मो- 8750820740
ईमेल - malviya.sourabh@gmail.com
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डॉ. सौरभ मालवीय
एसोसिएट प्रोफेसर
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग
लखनऊ विश्वविद्यालय
लखनऊ, उत्तर प्रदेश
मो- 8750820740
ईमेल - malviya.sourabh@gmail.com
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