अर्थशास्त्र विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा नेशनल सेमीनार “कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स फार विज़न विकसित भारत@2047 ” के आयोजन में वक्ता के रूप में विचार रखे।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय – व्यक्ति नहीं विचार दर्शन है
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*डॉ. सौरभ मालवीय*“भारत में रहने वाला और इसके प्रति ममत्व की भावना रखने वाला
मानव समूह एक जन हैं। उनकी जीवन प्रणाली, कला, साहित्य, दर्शन सब भारतीय
संस्कृ...
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