बीजेपी मुखपत्र कमलज्योति में मेरा लेख पथनीय स्वरूप प्रस्तुत है।
कमल ज्योति अक्टूबर प्रथम 2024
दीपावली मिलन
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दीपावली मिलन
अयत्नेनैव संपद्यते जनस्य संसर्गयोगः सताम्।
अधमेन सह संयोगः, पतनं ह्यस्य साधनम्॥
(भर्तृहरि नीति शतक 18)
भावार्थ– सज्जनों का साथ सहज ही व्यक्...




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