skip to main |
skip to sidebar
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अनुपम मिश्र जी का आगमन मेरे आफिस में हुआ. डॉ. सौरभ मालवीय द्वारा लिखित पुस्तक 'विकास के पथ पर भारत' उन्हें सप्रेम भेट की गई.
Tuesday, November 23, 2021
विकास के पथ पर भारत
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अनुपम मिश्र जी का आगमन मेरे आफिस में हुआ. डॉ. सौरभ मालवीय द्वारा लिखित पुस्तक 'विकास के पथ पर भारत' उन्हें सप्रेम भेट की गई.
मेरे प्रेरणास्रोत: स्वामी विवेकानंद

गिरकर उठना, उठकर चलना... यह क्रम है संसार का... कर्मवीर को फ़र्क़ न पड़ता किसी जीत और हार का... क्योंकि संघर्षों में पला-बढ़ा... संघर्ष ही मेरा जीवन है...
-डॉ. सौरभ मालवीय
डॉ. सौरभ मालवीय
अपनी बात
सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्र-निर्माण की तीव्र आकांक्षा के कारण छात्र जीवन से ही सामाजिक सक्रियता। बिना दर्शन के ही मैं चाणक्य और डॉ. हेडगेवार से प्रभावित हूं। समाज और राष्ट्र को समझने के लिए "सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और मीडिया" विषय पर शोध पूर्ण किया है, परंतु सृष्टि रहस्यों के प्रति मेरी आकांक्षा प्रारंभ से ही है।
विषय
- Dr. Sourabh Malviya
- English
- अन्य लेखक
- आधी आबादी
- उत्तर प्रदेश चुनाव- 2022
- एकात्म मानवदर्शन
- काव्य
- केन्द्रीय बजट
- चित्र पेटिका से
- टीवी पर लाइव
- डॉ. सौरभ मालवीय
- दीक्षांत समारोह
- धर्म
- पर्यावरण
- पर्व
- पुरस्कार
- पुस्तक
- पुस्तक- अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश
- पुस्तक- भारत बोध
- पुस्तक- भारतीय पत्रकारिता के स्वर्णिम हस्ताक्षर
- पुस्तक- भारतीय राजनीति के महानायक नरेन्द्र मोदी
- पुस्तक- राष्ट्रवाद और मीडिया
- पुस्तक- राष्ट्रवादी पत्रकारिता के शिखर पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी
- पुस्तक- विकास के पथ पर भारत
- पुस्तक-भारतीय संत परम्परा : धर्मदीप से राष्ट्रदीप
- प्रकाशन
- बेसिक शिक्षा यूपी
- भारतीय जनता पार्टी
- भाषा
- मार्क्सवादी कमुनिस्ट पार्टी
- मीडिया
- मेरा जीवन
- मेरी पुस्तक
- मेरी पुस्तकें
- यात्रा संस्मरण
- राजनीति
- राष्ट्र चिंतन
- राष्ट्रवाद
- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
- लोकसभा चुनाव
- विचार दर्शन
- विविध
- वीडियो
- व्यक्तित्व
- व्याख्यान
- शिक्षा
- श्रीन्द्र मालवीय
- समाज
- सम्मान
- संविधान
- संस्कृति
- सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
- साहित्य
- सृष्टि मालवीय
- स्वास्थ्य
- हिन्दू संस्कृति पर माओवादी हमला
मेरे बलॊग
-
-
भारतीय पत्रकारिता का पिंड है राष्ट्रवाद, फिर इससे गुरेज क्यों? - *सौरभ मालवीय ने कहा अटल बिहारी वाजपेयी जन्मजात वक्ता थे, जन्मजात कवि हृदय थे, पत्रकार थे, प्रखर राष्ट्रवादी थे. उनके बारे में कहा जाता था कि यदि वह पाकिस्...
लोक दृष्टि
-
डॉ. सौरभ मालवीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को शस्य श्यामला बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसे कार्यान्वित करने के लिए योगी सरक...
-
लखनऊ विश्वविद्यालय में अयोजित आद्य पत्रकार देवर्षि नारद जयन्ती के कार्यक्रम में हम सबके अभिभावक डॉ. सौरभ मालवीय जी गुरु जी द्वारा लिखी हुई...
-
पत्रकारिता पर यह एक समग्र पुस्तक है। पत्रकारिता के क्षेत्र क़ी अनुपम कृति है. प्रवाहमयी शैली में लिखित यह पुस्तक पाठक के दिल - दिमाग़ में घर...
-
सिद्धार्थनगर (तेतरी बाजार)। रघुवर प्रसाद जायसवाल सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कॉलेज में आयोजित नव चयनित आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के सातवें दिवस की व...
-
संस्कृति पुनरूत्थान समिति व राष्ट्रधर्म प्रकाशन लि. के तत्वावधान में "पहलगाम में आतंकी हमला और वैश्विक दृष्टि" विषय पर एक विचार ...
-
ऑपरेशन सिंदूर अल्प विराम है, पूर्ण विराम तब होगा ज़ब आतंकवाद समूल खत्म होगा. मजबूत सरकार मोदी सरकार.
संप्रति
डॉ. सौरभ मालवीय
2/564, अवधपुरी खण्ड 2
खरगापुर, निकट प्राथमिक विद्यालय, गोमतीनगर विस्तार
2/564, अवधपुरी खण्ड 2
खरगापुर, निकट प्राथमिक विद्यालय, गोमतीनगर विस्तार
लखनऊ, उत्तर प्रदेश
पिन- 226010
मो- 8750820740
पिन- 226010
मो- 8750820740
ईमेल - malviya.sourabh@gmail.com
***
डॉ. सौरभ मालवीय
एसोसिएट प्रोफेसर
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग
लखनऊ विश्वविद्यालय
लखनऊ, उत्तर प्रदेश
मो- 8750820740
ईमेल - malviya.sourabh@gmail.com
जिन्हें पढ़ता हूं
-
सांस की कीमत पूछी गई - साँस-साँस को मोहताज किया,जीवन को नीलाम किया।मासूम थी, बस एक साल की,फिर भी व्यवस्था ने इनकार किया। “वेंटिलेटर चाहिए?” — पूछा गया,“सिफ़ारिश है?” — तौल कर क...13 minutes ago
-
Read harcourt 3rd grade math Best Books of the Month PDF - *Download Kindle Editon harcourt 3rd grade math Download Now PDF* Read harcourt 3rd grade math Audio CD Open Library Rеаd thrоugh Frее Bооkѕ Onlіnе і...4 years ago
-
नमो-नमो.....आंखों ने जो देखा ! - अपन गांधी, लोहिया और दीनदयाल उपाध्याय को आदर्श राजनेता मानकर राजनीति में सक्रिय हैं। सादगी, शुचिता, विनम्रता, अध्ययनशीलता...ये सब गुण ऐसे हैं, जो ज्यादा आ...11 years ago
0 टिप्पणियाँ:
Post a Comment