Monday, December 20, 2021

Adityanath and BJP copying AAP: Kejriwal on UP govt's happiness curriculum for schools

 

Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal on Monday took a swipe at the BJP over the Uttar Pradesh government's move to introduce 'happiness curriculum' in primary schools, saying the Yogi Adityanath dispensation is copying the AAP government. Preparations are underway to implement 'happiness curriculum' in primary schools of Uttar Pradesh, on the lines of Chhattisgarh and Delhi, under a pilot project aimed at making students more sensitive towards nature, society and the country.

The course is being developed keeping in mind the geographical and cultural conditions of Uttar Pradesh, state in-charge (happiness curriculum) Saurabh Malviya told PTI on Sunday.

The happiness curriculum will be introduced for the students of classes 1 to 8 as it will enable them to connect with themselves, family, society, nature and the country, Malviya said, adding that children will be taught meditation as well.

Reacting to the move, Kerjriwal, national convenor of the Aam Aadmi Party (AAP), tweeted: "What? Yogi ji and BJP copying AAP?"

The AAP dispensation under Chief Minister Arvind Kejriwal had introduced the happiness curriculum for students of government schools in Delhi in July 2018 with a vision to strengthen the foundations of happiness and well-being through a 35-minute class daily from kindergartens to class 8.

Calling the happiness curriculum a "massive success" few months ago, Deputy Chief Minister of Delhi Manish Sisodia claimed that as many as 16 lakh children in Delhi schools start their day with mindfulness every day.

Courtesy : economictimes.indiatimes.com

Sunday, December 19, 2021

UP govt to launch ‘happiness curriculum’ in primary schools from next session

 

The happiness curriculum will be introduced to the students of classes 1 to 8. It will enable them to connect with themselves, family, society, nature and the country.

On the lines of Chhattisgarh and Delhi, preparations are underway to implement the ‘happiness curriculum’ in primary schools of Uttar Pradesh under a pilot project to make the students more sensitive towards nature, society and the country, officials said.

State in-charge (happiness curriculum) Saurabh Malviya, who was here to participate in a six-day workshop at the State Institute of Educational Management and Training, told PTI the course is being developed keeping in mind the geographical and cultural conditions of Uttar Pradesh.

The happiness curriculum will be introduced to the students of classes 1 to 8. It will enable them to connect with themselves, family, society, nature and the country. It will also help them understand interrelationships, Malviya said, adding the children will be taught meditation as well.

As part of the pilot project, 150 schools in 15 districts have been asked to work on the curriculum.
As part of the pilot project, 150 schools in 15 districts have been asked to work on the curriculum.
Five books will be prepared for the children in classes 1 to 5. In this sequence, the subject matter of the curriculum is being prepared by organising a workshop of 32 teachers, he said.

Shravan Shukla, who participated in the workshop as a trainer, said preparations are on to implement the course from the next session starting in April 2022.

Shukla informed there are 1,30,000 primary schools in Uttar Pradesh where seven lakh teachers are employed. Based on the evaluation of the pilot project, the state government may consider implementing the happiness curriculum in all schools, he said.

Courtesy : indianexpress.com

UP Govt To Launch 'Happiness Curriculum' In Primary Schools To Sensitise Students Towards Nature, Country

 

New Delhi: In a bid to make students more sensitive towards nature, society and the country, preparations are underway to implement the happiness curriculum in primary schools in Uttar Pradesh. This pilot project has been undertaken on the lines of Chhattisgarh and Delhi, officials said.

Saurabh Malviya, the state in-charge (happiness curriculum), who was here to participate in a six-day workshop at State Institute of Educational Management and Training, told news agency PTI that the course is being developed keeping in mind the geographical and cultural conditions of Uttar Pradesh.
He said that the happiness curriculum will be introduced to the students from Classes 1 to 8. It will enable them to connect with themselves, family, society, nature and the country and will also help them understand interrelationships, Malviya said, adding that the children will be taught meditation as well.

As part of the pilot project, 150 schools in 15 districts across Uttar Pradesh have been asked to work on this curriculum. Five books will be prepared for the children in Classes 1 to 5. In this sequence, the subject matter of the curriculum is being prepared by organising a workshop of 32 teachers, Malviya added.
Shravan Shukla, who took part in the workshop as a trainer, said that preparations are underway to implement the course from the next academic session starting in April 2022.

Shukla said there there are 1,30,000 primary schools in Uttar Pradesh where seven lakh teachers are employed. Based on the evaluation of this pilot project, the state government may consider implementing the happiness curriculum in all the schools, he added.

Courtesy : news.abplive.com

Friday, December 17, 2021

प्राक्कथन

 

डॉ. सौरभ मालवीय ने अपनी पुस्तक ‘अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश’ में भाजपा-नीत सरकार के संकल्प तथा उस संकल्प को पूर्ण करने के अथक प्रयास को दर्शाया है। योगी श्री आदित्य नाथ के मुख्यमंत्रित्व काल में उत्तर प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक के जीवन को सुखी एवं समृद्ध करने के सपने को साकार करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। भाजपा शासन की लगभग साढ़े चार वर्ष की समयावधि में उत्तर प्रदेश ने लगभग सभी क्षेत्रों में उन्नति की है। कृषि, उद्योग, रोजगार, आवास, परिवहन, बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा, सुरक्षा व्यवस्था, धर्म, संस्कृति, पर्यावरण आदि क्षेत्रों में योगी सरकार ने सराहनीय कार्य किए हैं। विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। वृद्धजन, विधवा एवं दिव्यांगजन को पेंशन के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। अनाथ बच्चों के भरण-पोषण की भी व्यवस्था की गई है। जिन परिवारों में कोई कमाने वाला व्यक्ति नहीं है, सरकार उन्हें भी वित्तीय सहायता उपलब्ध करा रही है। निर्धन परिवार की लड़कियों एवं दिव्यांगजन के विवाह लिए अनुदान प्रदान किया जा रहा है। निराश्रित गौवंश के संरक्षण पर भी योगी सरकार विशेष ध्यान दे रही है। नि:संदेह सरकार अपने वादों पर शत-प्रतिशत खरी उतरी है।      

मालवीय जी राष्ट्रवादी विचारों के प्रहरी हैं। उनकी लेखनी धर्म, समाज, संस्कृति, राष्ट्रबोध एवं मानवदर्शन से ओतप्रोत है। इस पुस्तक में भी उन्होंने जन साधारण के हित को सर्वोपरि रखा है। उनका पुनीत उद्देश्य यही है कि राज्य के सभी पात्र व्यक्तियों को उन सभी योजनाओं का पूर्ण लाभ प्राप्त हो, जो योगी सरकार ने उनके कल्याण के लिए प्रारम्भ की हैं। इस पुस्तक के माध्यम से मैं मालवीय जी का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। इस महत्वपूर्ण एवं जनोपयोगी पुस्तक के लिए उन्हें आशीष मंगलकामनाएं एवं बधाई देता हूं।       
केशव प्रसाद मौर्य
उप मुख्यमंत्री 
उत्तर प्रदेश 

प्रस्तावना

 

डॉ. सौरभ मालवीय की पुस्तक ‘अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश’ वास्तव में उत्तर प्रदेश की भाजपा-नीत सरकार के संकल्प को दर्शाती है। योगी श्री आदित्य नाथ ने मुख्यमंत्री पद का दायित्व संभालते समय राज्य के निवासियों से जो वादा किया था, उसे पूर्ण करने में उन्होंने तनिक भी कमी नहीं छोड़ी है। 
यह योगी जी के ही अथक प्रयास का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश ने विभिन्न क्षेत्रों में देशभर में अपनी पृथक पहचान स्थापित की है। कृषि उत्पादों में भी उत्तर प्रदेश अग्रणी रहा है। गन्ना एवं चीनी उत्पादन में उत्तर प्रदेश लगातार देश में प्रथम स्थान पर रहा। एक करोड़ 26 लाख रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान कर उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी रहा। खाद्यान्न गेहूं, आलू, हरी मटर, आम, आंवला एवं दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम रहा। तिलहन उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर रहा। किसानों को देय अनुदान को डीबीटी के माध्यम से भुगतान करने वाला उत्तर प्रदेश देश का प्रथम राज्य है। उत्तर प्रदेश किसानों के लिए बाजार को व्यापक बनाने हेतु मंडी अधिनियम में संशोधन करने वाला देश का प्रथम राज्य है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में भी उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर रहा। 

इसके साथ ही सौभाग्य योजना के अंतर्गत एक करोड़ 38 लाख घरों को नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन देकर उत्तर प्रदेश देश में प्रथम रहा। इसी प्रकार उज्ज्वला योजना के अंतर्गत एक करोड़ 47 लाख परिवारों को नि:शुल्क गैस कनेक्शन देकर उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी रहा। उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के अंतर्गत 62 लाख 83 हजार लोगों को लाभान्वित कर देश में द्वितीय स्थान पर रहा।   

निर्माण कार्यों में भी उत्तर प्रदेश किसी से पीछे नहीं है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 40 लाख से अधिक निर्माण एवं निर्माण कार्यों को स्वीकृति देकर उत्तर प्रदेश अग्रणी रहा। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश पांच एक्सप्रेस वे का एक साथ निर्माण कर अग्रणी रहा। साथ ही 30 नये मेडिकल कॉलेजों का निर्माण करके भी उत्तर प्रदेश अग्रणी रहा है। उत्तर प्रदेश आवास योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के आधार कार्ड सीडिंग, आवास चयन, प्रथम द्वितीय, तृतीय किस्त जारी करने और आवास निर्माण आदि के प्रदर्शन में भी अग्रणी रहा। उत्तर प्रदेश दो करोड़ 61 लाख व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण करके भी देश में प्रथम स्थान पर रहा है।         

उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य नीति लागू करने वाला देश का प्रथम राज्य है। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक कोरोना जांच एवं टीकाकरण करने वाला राज्य है। उत्तर प्रदेश कोरोना काल में सर्वाधिक नि:शुल्क खाद्यान्न वितरित करने वाला राज्य रहा। उत्तर प्रदेश कोरोना काल में दूसरे राज्यों से घर वापस आने वाले कामगारों तथा असंगठित श्रमिकों, फेरी वालों, रिक्शा चालकों, कुलियों, पल्लेदारों आदि को नि:शुल्क खाद्यान्न एवं भरण पोषण भत्ता देने वाला अग्रणी राज्य है। नोएडा में उत्तर भारत के प्रथम डेटा सेंटर की स्थापना हुई।   

औद्योगीकरण के लिए भूमि उपलब्धता एवं आवंटन में भी उत्तर प्रदेश देश के शीर्ष राज्यों में सम्मिलित है। साथ ही उत्तर प्रदेश सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की स्थापना में देश में अग्रणी रहा। सैनिटाइजर और मास्क उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश अग्रणी रहा। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक सरकारी नौकरियां और रोजगार देने वाला राज्य है। 

उत्तर प्रदेश ने ‘एक जनपद-एक योजना’ को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। उत्तर प्रदेश सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना करने वाला उत्तर भारत का प्रथम राज्य है। उत्तर प्रदेश ने महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम के अंतर्गत 101 करोड़ से अधिक मानव दिवस सृजित कर डेढ़ करोड़ श्रमिकों को रोजगार दिया। उत्तर प्रदेश कौशल विकास नीति को लागू करने वाला प्रथम राज्य है। 

उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री जनधन योजना के अंतर्गत सर्वाधिक सात करोड़ दो लाख खाते खोले गए। उत्तर प्रदेश अटल पेंशन योजना के अंतर्गत 36 लाख 60 हजार 615 लोगों को लाभान्वित कर देश में अग्रणी रहा। उत्तर प्रदेश ई-मार्केट प्लेस जेम के माध्यम से सर्वाधिक सरकारी खरीददारी करने में अग्रणी रहा। उत्तर प्रदेश ई-चालान व्यवस्था लागू करने वाला देश का प्रथम राज्य है। ई-प्रोसिसक्यूशन प्रणाली लागू करने में भी यह राज्य अग्रणी है। उत्तर प्रदेश ने 39 करोड़ 42 लाख पौधारोपण करके रिकॉर्ड स्थापित किया। उत्तर प्रदेश मानव वन्य जीव संघर्ष को आपदा घोषित करने वाला प्रथम राज्य है। उत्तर प्रदेश सूचनाओं के आदान-प्रदान एवं पारदर्शिता में भी अग्रणी है।  


उत्कृष्ट कार्यों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को अनेक पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश को देश में सर्वाधिक प्रदर्शन का पुरस्कार प्राप्त हुआ। भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश को दो करोड़ रुपये का कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त हुआ। उत्तर प्रदेश को पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार प्राप्त हुआ है। ई-टेंडरिंग प्रणाली में उत्तर प्रदेश ने सर्वोत्तम प्रदर्शन के लिए अवार्ड प्राप्त किया। महिलाओं की सुरक्षा के लिए सभी बसों में पैनिक बटन एवं सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था करने वाला उत्तर प्रदेश देश का प्रथम राज्य बना। उत्तर प्रदेश में अविरल और निर्मल गंगा के प्रति जन जागरूकता के लिए प्रथम बार गंगा यात्रा का आयोजन किया गया। अयोध्या दीपोत्सव में उत्तर प्रदेश ने विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। भाजपा अपने घोषणा-पत्र में जनता से किए वादों को पूर्ण करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। 
सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डालती इस पुस्तक में गागर में सागर भरने का प्रयास किया गया है। इस जनोपयोगी एवं संग्रहणीय पुस्तक के लिए मालवीय जी बधाई के पात्र हैं। उन्हें असीम शुभकामनाएं। 
स्वतंत्रदेव सिंह 
प्रदेश अध्यक्ष
भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश    

Tuesday, November 23, 2021

विकास के पथ पर भारत

 



सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अनुपम मिश्र जी का आगमन मेरे आफिस में हुआ. डॉ. सौरभ मालवीय द्वारा लिखित पुस्तक 'विकास के पथ पर भारत' उन्हें सप्रेम भेट की गई. 

Wednesday, November 17, 2021

राकेश त्रिपाठी ने सराहा

 

अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश
पुस्तक के लेखक डॉ. सौरभ मालवीय जी ने अपनी पुस्तक ‘अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश’ के माध्यम से भाजपा सरकार की अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए उन्हें पाठकों तक पहुंचाने का प्रयास किया है। लोगों को सरकार की जनहितैषी योजनाओं की जानकारी हो, जिसके कारण वे इन योजनाओं का लाभ उठा सके। इस पुस्तक का विमोचन पिछले पखवाड़े में देश के यशस्वी गृह मंत्री आदरणीय अमित शाह जी और उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री महंत योगी आदित्यनाथ जी के कर कमलों से हुआ है। इस पुस्तक की प्रस्तावना और भूमिका क्रमशः उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष माननीय श्री स्वतंत्र देव सिंह जी और महामंत्री संगठन माननीय श्री सुनील बंसल जी द्वारा लिखी गई है। 
-राकेश त्रिपाठी 
प्रवक्ता 
भारतीय जनता पार्टी 
उत्तर प्रदेश

Wednesday, November 10, 2021

प्राक्कथन

 

डॉ. सौरभ मालवीय की पुस्तक ‘अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश’ पुनीत उद्देश्य पर आधारित है। अपनी पुस्तक में उन्होंने जन साधारण से जुड़ी अनेक महत्त्वपूर्ण सरकारी योजनाओं को सम्मिलित किया है। यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी प्रदेशवासियों के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक विकास के लिए सराहनीय कार्य कर रहे हैं। 
शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्य विशेष उल्लेखनीय हैं। बात चाहे प्राथमिक शिक्षा की हो, माध्यमिक शिक्षा की हो, व्यावसायिक शिक्षा की हो या उच्च शिक्षा की, सभी क्षेत्रों में सरहानीय कार्य किए जा रहे हैं। योगी सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। राज्य में व्यावसायिक शिक्षा को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हो सकें। विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। बालिकाओं को स्नातक तक नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है। 
सौरभ जी इस पुस्तक के माध्यम से जनहितैषी सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का पुनीत कार्य किया है। नि:संदेश उनकी यह पुस्तक कल्याणकारी सिद्ध होगी। मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए इस जनोपयोगी एवं अत्यंत महत्त्वपूर्ण पुस्तक के लिए उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं। 
 डॉ.सतीश द्विवेदी 
बेसिक शिक्षा मंत्री 
स्वतंत्र प्रभार
उत्तर प्रदेश 

Saturday, November 6, 2021

अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश

 

अपनी पुस्तक ‘अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश’ के माध्यम से भाजपा सरकार की अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए उन्हें पाठकों तक पहुंचाने का प्रयास किया है। लोगों को सरकार की जनहितैषी योजनाओं की जानकारी हो, जिसके कारण वे इन योजनाओं का लाभ उठा सके।

केंद्र और राज्य सरकारें नागरिकों के विकास के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही हैं। प्रत्येक योजना का यही उद्देश्य होता है कि उसका लाभ सभी पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे। जब योजना का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचता है, तो वह योजना सफल हो जाती है। इस समय देश में लगभग डेढ़ सौ योजनाएं चल रही हैं। इनमें कई ऐसी पुरानी योजनाएं भी हैं, जिनके नाम परिवर्तित कर दिए गए हैं। इनमें कई ऐसी योजनाएं भी हैं, जो लगभग बंद हो चुकी थीं और उन्हें पुन: प्रारम्भ किया गया है। इनमें कुछ नई योजनाएं भी सम्मिलित हैं। देश में दो प्रकार की सरकारी योजनाएं चल रही हैं। पहली योजनाएं वे हैं, जो केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाती हैं। इस तरह की योजनाएं पूरे देश या देश के कुछ विशेष राज्यों में संचालित की जाती हैं। दूसरी योजनाएं वे हैं, जो राज्य सरकारें चलाती हैं। राज्य में संचालित अधिक योजनाएं केंद्र द्वारा ही चलाई जाती हैं। इनके कार्यान्वयन पर व्यय होने वाली राशि का एक बड़ा भाग केंद्र सरकार वहन करती है और एक भाग राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कई स्वतन्त्र  योजनाएं प्रारम्भ की है जो परिणाममूलक भी दिखती है।

इस पुस्तक का उद्देश्य यही है कि पात्र लोग उन सभी योजनाओं का लाभ उठाएं, जो सरकार उनके कल्याण के लिए चला रही है। इन योजनाओं की जानकारी संबंधित मंत्रालयों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है साथ ही अखबार, सरकारी दस्तावेजों एवं मुख्यमंत्री के आधिकारिक सोशल मीडिया पेज एवं सहयोगियों से प्राप्त की गई है। उल्लेखनीय है कि समय-समय पर योजनाओं में आंशिक रूप से परिवर्तन भी होता रहता है। उनकी इस पुस्तक का विमोचन हाल ही में देश के गृहमंत्री अमित शाह ने किया है।

Friday, October 29, 2021

पुस्तक लोकार्पण







अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश
केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी, शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान जी, सूचना प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर जी, केन्द्रीय मंत्री श्री महेंद्र पांडेय जी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी, उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या जी एवं श्री दिनेश शर्मा जी, प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वतंत्रदेव सिंह जी, श्री राधामोहन सिंह जी एवं संगठन महामंत्री श्री सुनील बंसल जी ने मेरी लिखित पुस्तक "अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश" का विमोचन किया. आप सभी का आभार 



Monday, September 27, 2021

सार्थक संवाद

 

सार्थक संवाद: जीवन संवाद जीवन आनंदानुभूति है! इस सुख की समझ ही जीवन का उद्देश्य है! आइए मिलते है आज एक संवाद कार्यक्रम में

Sunday, September 26, 2021

ग्राम देवता को प्रणाम!





ग्राम देवता को प्रणाम!
तीन दिन की यात्रा के बाद अब लखनऊ..... प्रस्थान..... 
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ग्राम- पटनेजी, लार बाजार
जिला- देवरिया 
उतर प्रदेश

Saturday, September 25, 2021

बतकही.....




ग्राम- पटनेजी
जिला- देवरिया
उतर प्रदेश

Friday, September 17, 2021

व्याख्यान

  


हिन्दी पखवाड़ा







भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान- लखनऊ
डॉ. ए. डी.पाठक - निदेशक
डॉ. ए. के. साह, राजभाषा प्रभारी
आभार💐

Tuesday, September 14, 2021

हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

 



Friday, September 10, 2021

एक संवाद















एक संवाद  चिकित्सकों (जीवन रक्षक ) के मध्य!
चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव के अन्तर्गत आयोजित
व्याख्यान माला में बतौर मुख्य अतिथि रहने का सौभाग्य मिला!
डॉ० राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ 
प्रो.(डॉ.) सोनिया नित्यानंद- निदेशक RML
प्रो. (डॉ.) ए.पी. जैन 
श्री अशोक सिन्हा जी

Sunday, September 5, 2021

बैठक




अल्पसंख्यक समुदायों के बच्चों पर आधारित National Commission for Protection of Child Rights के शोध और रिपोर्ट पर इंडिया थिंक काउन्सिल द्वारा आयोजित परिचर्चा में आयोग के अध्यक्ष Priyank Kanoongo, उप्र भाजपा प्रवक्ता Rakesh Tripathi, काउंसिल के निदेशक Saurabh Pandey, उप्र शिक्षा विभाग के सलाहकार Sourabh Malviya, सामाजिक कार्यकर्ता Nighat Abbass, प्राध्यापक डॉ. सुनीता एवं Ritu Dubeytiwari के साथ भाग लेने का अवसर मिला।

भारत की राष्‍ट्रीयता हिंदुत्‍व है