Sunday, September 30, 2012

विद्यार्थी परिषद का परिचय

 

विद्यार्थी परिषद एक ऐसा संगठन होता है जो किसी विद्यालय, महाविद्यालय या विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों का प्रतिनिधित्व करता है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों की समस्याओं को संस्थान के प्रशासन तक पहुंचाना, उनके हितों की रक्षा करना और विभिन्न शैक्षणिक, सांस्कृतिक, खेलकूद तथा सामाजिक गतिविधियों का आयोजन करना होता है।
1. छात्र हितों का संरक्षण: विद्यार्थियों की समस्याएं जैसे पढ़ाई, फीस, छात्रावास, पुस्तकालय, परिवहन आदि से जुड़े मुद्दों को उठाना।
2. नेतृत्व क्षमता का विकास: छात्रों को नेतृत्व करने, टीम वर्क और प्रबंधन की कला सिखाने में मदद करना।
3. सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन: वाद-विवाद, नाटक, खेलकूद, कार्यशालाएं, सेमिनार आदि का आयोजन।
4. छात्रों और प्रशासन के बीच सेतु का कार्य: विद्यार्थियों की समस्याओं और सुझावों को प्रशासन के सामने प्रस्तुत करना।
5. लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जुड़ाव: चुनाव के माध्यम से प्रतिनिधियों का चयन, जिससे छात्रों में लोकतांत्रिक मूल्यों की समझ विकसित हो।
विद्यार्थी परिषद छात्रों की आवाज़ को बुलंद करने का एक प्रभावी माध्यम है। यह न केवल छात्रों के अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि उन्हें सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी जागरूक बनाता है।
भारत भारतीयता, राष्ट्र राष्ट्रीयता की भावना से ओतप्रोत छात्र  निर्माण का संगठनात्मक कार्य करता हैँ. वन्देमातरम

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