मित्र सौरभ जी को विष्णु प्रभाकर शिखर सम्मान दिए जाने की सूचना मेरे लिए सुखद अनुभूति है। सालों पहले मीडिया सेल में कार्यरत मालवीय जी से रिश्ता पत्रकार-नेता से कब मित्रता में बदली इसका अहसास ही नहीं हो पाया। शायद इसकी वजह बयानबाजी और आरोपों-प्रत्यारोपों की रिपोर्टिंग के बीच विभिन्न विषयों पर उनके साथ गहन चर्चा से मिलने वाला सुकून इसकी वजह रही होगी। विषय की गहरी समझ और चित परिचित मुस्कान किसी को भी सौरवजी का दीवाना बना सकती है। ढेर सारी बधाई सौरभजी
-हिमांशु मिश्रा
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