जागरण संवाददाता, धनबाद : नेताजी की जयंती एवं दृष्टि 2013 के युवा महोत्सव के अंतर्गत बुधवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल के स्वामी विवेकानंद सभागार में परिसंवाद हुआ। इसका विषय स्वामी विवेकानंद और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद था। इसमें बतौर मुख्य वक्ता माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि के प्रकाशन पदाधिकारी डा.सौरभ मालवीय उपस्थित हुए। डॉ. मालवीय ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर अपने शोध श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया। इस दौरान विश्र्वनाथ बागी, कंसारी मंडल, इंद्रजीत सिंह, श्रीकांत मिश्र, शशि तिवारी, पीके भट्टाचार्य, सत्यप्रकाश मानव ने भी इस गंभीर विषय पर अपने-अपने विचार रखे। सभी ने राष्ट्रवाद की भावना जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का सफल बनाने में बृजेश, केशव झा, संतोष झा, रमेश कुमार, रविंद्र, आईएसएम के छात्र और दृष्टि 2013 के अन्य राष्ट्रीय संगठनों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। दृष्टि 2013 की ओर से 12 जनवरी से 23 मार्च तक युवा महोत्सव मनाया जा रहा है। यह कार्यक्रम उसी की एक कड़ी है।
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जागरण संवाददाता, धनबाद : नेताजी की जयंती एवं दृष्टि 2013 के युवा महोत्सव के अंतर्गत बुधवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल के स्वामी विवेकानंद सभागार में परिसंवाद हुआ। इसका विषय स्वामी विवेकानंद और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद था। इसमें बतौर मुख्य वक्ता माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि के प्रकाशन पदाधिकारी डा.सौरभ मालवीय उपस्थित हुए। डॉ. मालवीय ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर अपने शोध श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया। इस दौरान विश्र्वनाथ बागी, कंसारी मंडल, इंद्रजीत सिंह, श्रीकांत मिश्र, शशि तिवारी, पीके भट्टाचार्य, सत्यप्रकाश मानव ने भी इस गंभीर विषय पर अपने-अपने विचार रखे। सभी ने राष्ट्रवाद की भावना जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का सफल बनाने में बृजेश, केशव झा, संतोष झा, रमेश कुमार, रविंद्र, आईएसएम के छात्र और दृष्टि 2013 के अन्य राष्ट्रीय संगठनों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। दृष्टि 2013 की ओर से 12 जनवरी से 23 मार्च तक युवा महोत्सव मनाया जा रहा है। यह कार्यक्रम उसी की एक कड़ी है।
Tuesday, March 12, 2013
राष्ट्रवाद को जन-जन तक पहुंचाएं
जागरण संवाददाता, धनबाद : नेताजी की जयंती एवं दृष्टि 2013 के युवा महोत्सव के अंतर्गत बुधवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल के स्वामी विवेकानंद सभागार में परिसंवाद हुआ। इसका विषय स्वामी विवेकानंद और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद था। इसमें बतौर मुख्य वक्ता माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि के प्रकाशन पदाधिकारी डा.सौरभ मालवीय उपस्थित हुए। डॉ. मालवीय ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर अपने शोध श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया। इस दौरान विश्र्वनाथ बागी, कंसारी मंडल, इंद्रजीत सिंह, श्रीकांत मिश्र, शशि तिवारी, पीके भट्टाचार्य, सत्यप्रकाश मानव ने भी इस गंभीर विषय पर अपने-अपने विचार रखे। सभी ने राष्ट्रवाद की भावना जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का सफल बनाने में बृजेश, केशव झा, संतोष झा, रमेश कुमार, रविंद्र, आईएसएम के छात्र और दृष्टि 2013 के अन्य राष्ट्रीय संगठनों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। दृष्टि 2013 की ओर से 12 जनवरी से 23 मार्च तक युवा महोत्सव मनाया जा रहा है। यह कार्यक्रम उसी की एक कड़ी है।
मेरे प्रेरणास्रोत: स्वामी विवेकानंद

गिरकर उठना, उठकर चलना... यह क्रम है संसार का... कर्मवीर को फ़र्क़ न पड़ता किसी जीत और हार का... क्योंकि संघर्षों में पला-बढ़ा... संघर्ष ही मेरा जीवन है...
-डॉ. सौरभ मालवीय
डॉ. सौरभ मालवीय
अपनी बात
सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्र-निर्माण की तीव्र आकांक्षा के कारण छात्र जीवन से ही सामाजिक सक्रियता। बिना दर्शन के ही मैं चाणक्य और डॉ. हेडगेवार से प्रभावित हूं। समाज और राष्ट्र को समझने के लिए "सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और मीडिया" विषय पर शोध पूर्ण किया है, परंतु सृष्टि रहस्यों के प्रति मेरी आकांक्षा प्रारंभ से ही है।
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संप्रति
डॉ. सौरभ मालवीय
2/564, अवधपुरी खण्ड 2
खरगापुर, निकट प्राथमिक विद्यालय, गोमतीनगर विस्तार
2/564, अवधपुरी खण्ड 2
खरगापुर, निकट प्राथमिक विद्यालय, गोमतीनगर विस्तार
लखनऊ, उत्तर प्रदेश
पिन- 226010
मो- 8750820740
पिन- 226010
मो- 8750820740
ईमेल - malviya.sourabh@gmail.com
***
डॉ. सौरभ मालवीय
एसोसिएट प्रोफेसर
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग
लखनऊ विश्वविद्यालय
लखनऊ, उत्तर प्रदेश
मो- 8750820740
ईमेल - malviya.sourabh@gmail.com
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